Mahila Karobari Se Seekhen Paiso Ka Management
Mahila Karobari Se Seekhen Paiso Ka Management: Government को Products और craft areas में Startup के लिए 60 हजार से ज्यादा आवेदन प्राप्त हुए हैं! और आप को बता दें की सरकार की योजना है की साल 2024 तक अपना काम शुरू करने वाले Self Help Groups (SHG) की संख्या बढ़ा कर के 10 करोड़ तक पहुंचाने का प्रयास है! आप को बता दें की केन्द्रीय मंत्री गिरीराज सिंह ने शुक्रवार को कहा की महिला स्वयं सहायता समूह की कारोबारी महिलायें गांवों की महिला कारोबारियों से financial management के गुणों को सीखना चाहिए!
जिस को देखते हुए हमारे केन्द्रीय मंत्री जी ने कहा Self Help Group की महिलाओं का NPA महज 2.1% है! मतलब यह है की उन को जो स्वयं का रोजगार शुरू करने के लिए जो ऋण उपलब्ध करवाया जाता है! वह काफी कम ब्याज दर पर उपलब्ध करवाया जाता है! Self Help Group जिस से उन क ऊपर कर्ज का कोई बोझ नहीं होता है! स्वयं सहायता सूह की महिलाओं से सीखना चाहिए की वह कैसे पैसों का प्रबंध करती हैं! और ऋण को सही समय पर चुकाती हैं!
आपको बता दें की यह बात केन्द्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री (Union Minister for Rural Development and Panchayati Raj) ने दिल्ली के प्रगति मैदान में सरस आजीविका मेले का उदघाटन करने के दौरान यह बात कही! Delhi में संचालित व्यापार मेले में सरस पैवेलियन सम्पूर्ण देश के तमाम महिला स्वयं सहायता समूह को अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने का मौका दिया है!
Women businessmen associated with large e-commerce platform
केन्द्रीय मंत्री जी ने कहा की हमारी सरकार महिला स्वयं सहायता समूहों को! उन के द्वारा बनाये गए Products को बाजार में बड़े स्तर पर! बेचने के लिए बाजार मुहैया करवाने और मंच उपलब्ध करवाने के लिए प्रयास कर रही है! साथ ही उन के द्वारा बताया गया की वर्ष 2014 में प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के! सत्ता में आने के बाद Central Government ने महिला स्वयं सहायता समूह! की महिलाओं ने काफी भरोसे और उर्जा का काम किया है! जिस की वजह से हमारी Government ने उन्हें Amazon और Flipcart जैसे Ecommerce Forums से Connect किया है!
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और उन के द्वारा बताया गया की देश में जारी startup boom ने देश के महिला स्वयं सहायता समूह के लिए भी नए रास्ते ओपन किये हैं! जिस की वजह से ही महिला स्वयं सहायता समूहों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है! और गाँव की महिलायें स्वयं सहायता समूह की वजह से अपने गाँव और देश का विकास भी कर पा रही हैं! साथ ही उन के द्वारा बताया गया की 2014 से पहले महिला स्वयं सहायता समूह का टोटल ऋण लगभग 80 हजार करोड़ रूपये था! और पिछले 8 वर्षों में बैंक लिंकेज 5.7 लाख करोड़ रूपये से ज्यादा हो चूका है! जिस के भीतर non-performing assets (NPA) की मात्र 2.1% है! और उन के द्वारा बताया गया की NPA को 1% से नीचे लाने का प्रयास है!
Benefits of startup culture
आप को बता दें की ग्रामीण विकास मंत्रालय के द्वारा जानकारी दी गयी! की पिछले 8 सालों से महिला स्वयं सहायता समूह के महिला सदस्यों की संख्या! 2.35 करोड़ से बढ़ कर के 9 करोड़ तक पहुँच गयी है! और अब 2024 तक इस संख्या को लगभग 10 करोड़ तक पहुचाने का लक्ष्य है! central minister के हिसाब से startup boom की Help से अब बड़ी संख्या में! महिला स्वयं सहायता समूह सामने आ रहे हैं! और मंत्रालय को तीन राज्यों से Products और craft areas में! startup के लिए 60 हजार से भी ज्यादा आवेदन प्राप्त हुए हैं!